सीधा है जीवन का दरवाजा
लेकिन जो वहाँ तक ले जाता है
वह रास्ता बहुत संकरा है
कुछ लोग ही होते हैं
जो पहुँच पाते हैं वहाँ तक
कुछ विधर्मियों द्वारा
राह में भटका दिए जाते हैं
तो कुछ खुद ही राहों में
भटक जाते हैं
नहीं पहुँच पाते सही सलामत
उस चमकते दरवाजे तक
कुछ ताले की चाबी
ढूंढने में ही जीवन
बिता देते हैं
नहीं पहुँच पाते
फूलों की राह चल
उस सुनहरे दरवाजे तक
चाहता है हर कोई पहुँचना
मगर घूमते रह जाते
रोशनी और अँधेरे के बीच
जो पवित्र और पूर्ण है
वही पहुँच पाते हैं
उस दिव्य दरवाजे तक।
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