ममता की छाँव को बाँटते रहोदुख -दर्द सारा मिटता जायेगा,सदा त्याग की गंगा बहाते रहोहर दिल फूल बनता जायेगा।मन को निर्मल सरोवर बनाओ लोभ का मैल सब धुल जायेगा,भक्ति का दीप जला कर चलोअन्धकार मिटता चला जायेगा।
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