चलो आज गांव चलते हैं
मैं ले चलूँगा तुहें
अपने दोस्त के
खेत की ढाणी में
जहाँ मेरे दोस्त की बहु
खिलायेगी तुम्हें खाना
पीतल की थाली में परोसेगी
बाजारी की रोटी और
काचर फली का साग
एक कोरा प्याज और
लहसुन की चटनी
लोटा भर पानी रखेगी साथ में
फिर घूंघट की आड़ में
करेगी तुम से बातें
खुश हो जाएगा
मेरा दोस्त
कि आज उसके घर
पाहुन आये हैं।
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