नीली आँखों का स्नेह याद आ रहा है
आरजू का मौसम अभी गया नहीं है।
सांसों का टकराना याद आ रहा है
बहार का मौसम अभी गया नहीं है।
मधु अधरों की हँसी याद आ रही है
प्रणय का मौसम अभी गया नहीं है।
वाणी की मधुरता याद आ रही है
प्यार का मौसम अभी गया नहीं है।
दिल की धड़कन अभी चल रही है
मिलन का मौसम अभी गया नहीं है।
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