समय बदल रहा है--
अब लाल बत्ती पर
नहीं आता कोई बच्चा
शीशा पोंछने,
या कुछ सिक्कों के लिए
हाथ फैलाने।
अब लाल बत्ती पर
नहीं आता कोई बच्चा
शीशा पोंछने,
या कुछ सिक्कों के लिए
हाथ फैलाने।
समय बदल रहा है --
अब नहीं दिखती
कमज़ोर माँ
गोद में दूधमुँहा बच्चा लिए,
गोद में दूधमुँहा बच्चा लिए,
लाचार होकर
भीख माँगती।
भीख माँगती।
समय बदल रहा है --
अब नहीं मिलता
काला-कलूटा
दुर्बल सा बच्चा,
दो रोटी के लिए
मिन्नतें करता।
दुर्बल सा बच्चा,
दो रोटी के लिए
मिन्नतें करता।
समय बदल रहा है --
अब नहीं दिखता
कूड़े के ढेर पर बैठा
कचरा बीनता,
वह मासूम
भूख से तड़पता।
कचरा बीनता,
वह मासूम
भूख से तड़पता।
2014 के बाद से समय बदल चुका है
ReplyDelete100 % सही कहा आपने।
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