आसमान में बादल गरजे
उमड़-घुमड़ नभ में छाए,
रिमझिम बूँदें लगी बरसने
बादल आए, बादल आए।
बिजली चमकी चम-चम
गाज गीरी तड़-तड़ कर,
सात समुद्र से पानी लाए
बरसे ओले टप-टप कर।
गली-गली में बहता पानी
बच्चों ने मिल नाव चलाई,
ताल-तलैया भर गई सारी
इंद्रधनुष भी दिया दिखाई।
बरसा पानी दिन भर आज
ढलने लगी अब भीगी रात,
स्वागत दीप जले पेड़ों पर
जुगनू राजा की आई बरात।
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