कल तक तो बातें हमारी होती थी
अब तो बातें केवल तुम्हारी है।
महसूस करता हूँ हर पल मैं तुम्हें
मेरे संग परछाई तुम्हारी है।
कटता है हर पल सदियों के बराबर
मेरे दिल में आज भी यादें तुम्हारी है।
तुम्हारे जाने के बाद मैंने हर घड़ी
तुम्हारी यादों के संग गुजारी है।
मौत सच्चाई है एक दिन सभी को आनी है
मुझे हर रोज मारती जुदाई तुम्हारी है।
गिर पड़ते आँखों से आँसू कागज़ पर
टूटे दिल की दुःख भरी शायरी है।
धड़कने अब पहले जैसी नहीं धड़कती
जीवन का सफर तो फिर भी जारी है।
दिल का दर्द सुनाएं तो किसको सुनाएं
तन्हाई भरी जिंदगी अब हमारी है।
वाह
ReplyDeleteआभार अनिता जी आपका।
ReplyDeleteधन्यवाद सुशील कुमार जी।
ReplyDeleteभावनाओं से ओतप्रोत बहुत ही प्यारी रचना...
ReplyDeleteआपका आभार मनीषा जी।
Deleteसुंदर रचना ।
ReplyDeleteधन्यवाद दीपक कुमार जी। आपको पसंद आई, मेरा लिखना सार्थक हुवा।
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