यादों के सागर में बिन पतवार चल रही है नाव तुम्हारी वाह!!!!बहुत सुन्दर ।
स्वागत आप सभी का।
बहुत सुन्दर और भावपूर्ण अभिव्यक्ति भागीरथ जी।विकल हृदय की भावना को जीवंत लिखा है आपने।हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ।🙏
कृपया ब्याकुल को व्याकुल कर लें 🙏
आभार आपका।
बेहतरीन अभिव्यक्ति ..... भाव पूर्ण ।
आप सभी का स्वागत और धन्यवाद।
यादों के सागर में
ReplyDeleteबिन पतवार चल रही है
नाव तुम्हारी
वाह!!!!
बहुत सुन्दर ।
स्वागत आप सभी का।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और भावपूर्ण अभिव्यक्ति भागीरथ जी।विकल हृदय की भावना को जीवंत लिखा है आपने।हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ।🙏
ReplyDeleteकृपया ब्याकुल को व्याकुल कर लें 🙏
ReplyDeleteआभार आपका।
Deleteबेहतरीन अभिव्यक्ति ..... भाव पूर्ण ।
ReplyDeleteआप सभी का स्वागत और धन्यवाद।
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