Saturday, June 28, 2025

मरुधरा

आन बान शान वाली 
मरुधर धरती प्यारी,
सौंधी खुशबू माटी में
इसकी महिमा न्यारी।

तेजा, गोगा,रामदेवरा 
इनके यहाँ लगते मेले,
 रंग खेलते होली पर
चंग बजा मस्ती लेते।

गर्मी में आग बरसती 
हाड़ फोड़ सर्दी पड़ती, 
भोले-भाले लोग यहाँ 
मस्ती से गाड़ी चलती। 

खेजड़ी, रोहिड़ा,बोरड़ी 
बड़, पीपल यहाँ उगते,
एकतारे, अलगोजे पर 
चरवाहे मस्ती से गाते। 

भेड़-बकरियों के रेवड़ 
ऊँटों की लम्बी कतार,
गाय-बैल रहते घरों में 
खेतों में भटके सियार। 

मस्ती भरा जीवन यहाँ
मोठ - बाजरी खावण,
दूध-दही हुवै मोकळा 
सांगर, केर लगावण। । 




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