Monday, November 14, 2022

आकाश उसी का होता है

आकाश उसी का होता है 
जो वहाँ उड़ान भरता है, 
समुद्र उसी का होता है  
जो वहाँ दोहन करता है। 

सूरज उसी का होता है 
जो उससे ऊर्जा लेता है, 
चाँद उसी का होता है 
जो वहाँ तक पहुंचता है। 

सौरभ उसी की होती है 
जो उसे ग्रहण करता है, 
आनंद उसी का होता है 
जो उसे अनुभव करता है। 

स्वप्न उसी का होता है 
जो उसको देखता है,
मंजिल उसी की होती है 
जो वहाँ पहुँचता है।   


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