चुनावों के समय
मतदाताओं को रिझाने के लिए
राजनैतिक पार्टियों द्वारा
अगणित प्रलोभनों की फसल
तैयार की जाती है
टेलीविजन के माध्यम से
समाचार पत्रों के माध्यम से
घोषणा पत्रों के माध्यम से
उन्हें प्रचारित किया जाता है
मतदाता इसमें फंस जाता है
बच्चों की तरह लॉलीपोपों से
खुश हो जाता है
वह झूठे आश्वासनों को
सच्चा मान लेता है
पार्टियों के फैलाये जाल में
फंस जाता है
पार्टियां चाहती हैं कि
मतदाता पांच साल तक
उनके इशारों पर नाचता रहे
न उनकी गरीबी दूर हो
न कोई उनका विकास हो
ताकि वो कभी भी
सिर उठा कर उनका
प्रतिकार नहीं कर सके
ओ ! मेरे प्यारे देशवासियों
देश को आजाद हुऐ
पचहतर साल हो गए
मगर तुम आज भी सोये हुए हो
उठो जागो !
तुम में साहस है
तुम में योग्यता है
तुम में कार्यकुशलता है
इन झूठे प्रलोभनों में मत फंसो
अपनी हक़ की लड़ाई लड़ो और जीतो।
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