बला है, कहर है, आफत है यह जवानी,
चेहरे पर चार चाँद लगा देती है जवानी,
पैगाम - ए - मोहब्बत की बहारें लाती है,
उम्मीदों की कलियां खिला देती जवानी।
मुस्कराना और झेंपना सिखाती जवानी,
इश्क़े - इजहार करना सिखाती जवानी,
हौसलों की उड़ाने सफलता चूमती है,
जब लक्ष्य पर निशाना साधती है जवानी।
एक तो थोड़ी जिन्दगी फिर यह जवानी,
देखते ही देखते फिसल जाती है जवानी,
कातिल अदाएँ जब भी क़यामत ढाती है,
मर मिटने को तैयार हो जाती है जवानी।
बहते दरिया सी अल्हड होती है जवानी,
मौजो की रवानी नादान होती है जवानी,
दिल की हसरतें दिल में ही रह जाती है,
बुढ़ापे का हाथ थमा चली जाती जवानी।