आन बान शान वाली
मरुधरा धरती प्यारी,
सौंधी खुशबू माटी में
इसकी महिमा न्यारी।
मस्ती भरा जीवन यहाँ
मोठ - बाजरी खावण,
दूध-दही हुवै मोकळा
सांगर, केर लगावण।
तेजा, गोगा,राम देवरा
इन सब के लगते मेले,
दीवाली में दीप जलावे
मिलजुल के होली खेले।
गर्मियों में आग बरसती
हाड़ फोड़ सर्दी पड़ती,
लेकिन कर्मठ लोग यहाँ
मस्ती से गाड़ी चलती।
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