Friday, September 10, 2021

तन्हाई भरी जिंदगी हमारी है

कल तक तो बातें हमारी होती थी 
अब तो बातें केवल तुम्हारी है। 

महसूस करता हूँ हर पल मैं तुम्हें 
मेरे संग परछाई तुम्हारी है। 

कटता है हर पल सदियों के बराबर 
मेरे दिल में आज भी यादें तुम्हारी है। 

तुम्हारे जाने के बाद मैंने हर घड़ी 
तुम्हारी यादों के संग गुजारी है। 

मौत सच्चाई है एक दिन सभी को आनी है 
मुझे हर रोज मारती जुदाई तुम्हारी है। 

गिर पड़ते आँखों से आँसू कागज़ पर 
टूटे दिल की दुःख भरी शायरी है। 

धड़कने अब पहले जैसी नहीं धड़कती 
जीवन का सफर तो फिर भी जारी है। 

दिल का दर्द सुनाएं तो किसको सुनाएं 
तन्हाई भरी जिंदगी अब हमारी है। 



7 comments:

  1. आभार अनिता जी आपका।

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  2. धन्यवाद सुशील कुमार जी।

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  3. भावनाओं से ओतप्रोत बहुत ही प्यारी रचना...

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    1. आपका आभार मनीषा जी।

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    1. धन्यवाद दीपक कुमार जी। आपको पसंद आई, मेरा लिखना सार्थक हुवा।

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