जीवन का
शास्वत सत्य है
संसार में आना और जीना
जीना और चले जाना
\
किसी को
पहले तो किसी को बाद में
जाना तो सभी को
पड़ता है
पहले तो किसी को बाद में
जाना तो सभी को
पड़ता है
लेकिन प्यार
और मोहब्बत बांटने वाले
इस दुनिया में सदा
अमर रहते हैं
युगों युगों तक
लोग उनके नामों को
सम्मान के साथ याद
करते हैं
हमारे यहाँ
संतों ने प्यार बाँटा
सूर, तुलसी,रहीम ने प्यार भरे
गीत गुनगुनाऐ
लैला-मजनू
हीर-राँझा और
इस दुनिया में सदा
अमर रहते हैं
युगों युगों तक
लोग उनके नामों को
सम्मान के साथ याद
करते हैं
हमारे यहाँ
संतों ने प्यार बाँटा
सूर, तुलसी,रहीम ने प्यार भरे
गीत गुनगुनाऐ
लैला-मजनू
हीर-राँझा और
सोहनी-महिवाल ने
मोहब्बत का गीत गाया
और इसी प्यार
और मोहब्बत के
चलते वे दुनिया में
अमर हो गए।
आओ
मोहब्बत का गीत गाया
और इसी प्यार
और मोहब्बत के
चलते वे दुनिया में
अमर हो गए।
आओ
हम भी अपने आप को
अर्पित कर दे
भविष्य की पीढ़ी को
आने वाली
शान्तिमय संस्कृति को
और सदा के लिए
अमर हो जाए।
अर्पित कर दे
भविष्य की पीढ़ी को
आने वाली
शान्तिमय संस्कृति को
और सदा के लिए
अमर हो जाए।
कोलकत्ता
१० मई , २०११
(यह कविता "कुमकुम के छींटे" नामक पुस्तक में प्रकाशित है )
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