Monday, March 7, 2016

मेरे जीवन से

सिर्फ तुम्हीं नहीं गई हो
मेरे जीवन से
बल्कि तुम्हारे संग
मेरा दिल का चैन
खिलखिलाती हँसी
मुस्कराते नयन
दरवाजे की गाय
आँगन की चिड़िया
घर का आइना
रसोई की खुशबू
प्यार का संबोधन
भोर का सूरज
सब कुछ चला गया  है
मेरे जीवन से।




No comments:

Post a Comment