मैं आ गया हूँ शहर में
छोड़ आया हूँ पीछे
गाँव के घरों को
गाँव की गलियों को
गाँव के लोगो को
लेकिन मेरे मन में
रह गई है खेत में खड़ी
बाजरी की बालियों की
पकने की खुशबू
जिसे मैं आज भी पहचानता हूँ
दुनिया की सबसे प्यारी खुशबू
के रूप में।
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