मेरा कृष्णा सोया है
आओ उसे जगायें |
भाई सूरज इस खिड़की
से अन्दर आओ |
मेरे कृष्णा को
प्यार से जगाओ |
भाई पवन इस दरवाजे
से अन्दर आओ |
मेरे कृष्णा को
सहलाकर जगाओ |
भाई पंछी मुंडेर से
निचे उतर आओ |
निचे उतर आओ |
मेरे कृष्णा को
गीत सुनाकर जगाओ |
देखो देखो
कृष्णा उठ रहा है |
किरणों का सत्कार,
पवन का आभार,
पंछी को है प्यार |
पंछी को है प्यार |
कोलकत्ता
३० जून,२०११
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