जीवन के
राहे-सफर में
एक अनोखे साथी ने
साथ दिया
मन मोह कर
दिल जीत लिया
दोस्ती को परवान
चढ़ा दिया
पचास वर्ष तक
साथ निभा
एक दिन अचानक
विदा हो गया
सफर अच्छा रहा
अगले जन्म में
फिर मिलेंगे
कह कर चला गया।
राहे-सफर में
एक अनोखे साथी ने
साथ दिया
मन मोह कर
दिल जीत लिया
दोस्ती को परवान
चढ़ा दिया
पचास वर्ष तक
साथ निभा
एक दिन अचानक
विदा हो गया
सफर अच्छा रहा
अगले जन्म में
फिर मिलेंगे
कह कर चला गया।
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