किसी घाट पर बैठ कर
आनन्द है, आनन्द है कहने से
आनन्द की प्राप्ति नहीं होती।
आनन्द है, आनन्द है कहने से
आनन्द की प्राप्ति नहीं होती।
आनन्द का मतलब
उस ख़ुशी से है,
जिसे हम सब मिल कर
आपस में बाँटते हैं
उसे महसूस करते हैं।
घनश्याम के लड़के का
टीम में चुनाव हुवा,
शिवपाल के लॉटरी में
मकान उठा,
मोहल्ले में लड्डू बँट रहे हैं
यह है सच्चा आनन्द।
रमेश की सरकारी
नौकरी लग गई,
अखिलेश की लड़की ने
आई. ऐ. अस. में टॉप कर लिया,
मोहल्ले में लड्डू बँट रहे हैं
यह है सच्चा आनन्द।
बसेसर की बहु के
आज बेटा हुवा,
लछमन की बेटी ने
कुश्ती प्रतियोगिता में
गोल्ड मैडल जीत लिया,
मोहल्ले में लड्डू बँट रहे हैं
यह है सच्चा आनन्द।
आज बेटा हुवा,
लछमन की बेटी ने
कुश्ती प्रतियोगिता में
गोल्ड मैडल जीत लिया,
मोहल्ले में लड्डू बँट रहे हैं
यह है सच्चा आनन्द।
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