मै एक नयी
रामायण का अंकन करूँगा
जो एक आदर्श
रामायण
होगी
रामायण
होगी
मेरा राम सूर्पनखा का
नाक काटने के लिए
भाई लक्ष्मण को
नहीं भेजेगा
नाक काटने के लिए
भाई लक्ष्मण को
नहीं भेजेगा
मेरा राम सीता के कहने पर
स्वर्ण मृग को मारने
नहीं जायेगा
मेरा राम सुग्रीव से मित्रता
करने के लिए कपट से
बाली का वध
नहीं करेगा
मेरा राम अशोक वाटिका से
सीता को लाकर उसकी
उसकी अग्नि परीक्षा
नहीं लेगा
मेरा राम रजक के कहने से
आसन्न-प्रसवा सीता को
वन में छोड़ने नहीं
भेजेगा
मेरा राम चारो भाइयो के
साथ सरयू में जाकर
समाधि नहीं
लेगा
मेरी रामायण का राम एक
आदर्श मानवीय मूल्यों
आदर्श मानवीय मूल्यों
का धारक राम
होगा।
कोलकाता
२३ जुलाई,२०१०
कोलकाता
२३ जुलाई,२०१०
Fir to wah ji kitne din paayega? samaj use aadarsh nahin samany sa adna sa kone me pada insan manega. wah to media me nhi nahi aa paayega. Haan bhai sach kah raha hun. Hamarebhai sahab to abhi se bagal me khade ho hans rahen hain.
ReplyDeleteआपकी यह रचना मेरे मन में उठाने वाले कई प्रश्नों को कह रही है ..
ReplyDeleteISE RACHANA NAHI KAHIYE BAHAN JI .YE TO MURKH KI DASTA HAI .
Deleteआपके राम आदर्श मानवीय मूल्यों के प्रतिमान होंगे ..निश्चित ही ...!
ReplyDeleteTERI TARAH KE AADARSH PAIS KARENGE .TU APNE BAP KO FIR SE PAIDA KARKE DIKA .MURKH KAHI KA .RAM KI PARIBHASA JANTA HAI .
Deleteबहुत खूब .. इतिहास दुबारा लिखना ... राम को दुबारा चरितार्थ करना ...
ReplyDeleteCHOR -CHOR MAUSERE BHAI .
DeleteTERI RAMAYAN TO TERI TARAH DHONG KO BADHAWA DEGI .TERE JAISE HI EK MURKH SWAMI NE RAM CHARIT MANS KI KUCHHA SALOK ME KSHED -KSHAD KI USAKO 8 LAKH DAND BHARANA PADA NAKH RAGADNA PADA SANTO KE AAGE .AB SANT SAMAJ SE BAHISKRIT HAI NAM HAI RAM VADRACHARY .
ReplyDeleteRAM TO FIR PAIDA NAHI HONGE TERE JAISE RAVAN HOTE RAHENGE JO RAM CHARITR PAR UNGALI UTHATE RAHENGE .AUR UNKA SARVNASH BHI RAVAN KI TARAH HOTA RAHEGA .EK LAKH PUTR SAWA LAKH NATI TA RAVAN GHAR KOI NAHI BACHA JALANE WALA DIYA BATI .
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