जीवन के सुख-चैन लूट गए, तुम्हारे जाने के बाद।
दिल के अरमान बिखर गए, तुम्हारे जाने के बाद।।
जीवन में उदासी छा गई, तुम्हारे जाने के बाद।
जिंदगी गम में बदल गई, तुम्हारे जाने के बाद।।
जिंदगी गम में बदल गई, तुम्हारे जाने के बाद।।
जुदाई मुझे तड़फाने लगी,तुम्हारे जाने के बाद।।
कुहासा छा गया राहों में, तुम्हारे जाने के बाद।
खुशियों की शाम ढ़ल गई, तुम्हारे जाने के बाद।।
केवल यादें रह गई, तुम्हारे जाने के बाद।
सुहानी रातें रुठ गई, तुम्हारे जाने के बाद।।
उमंग भरा दिल टूट गया, तुम्हारे जाने के बाद
सुहाना सपना बिखर गया, तुम्हारे जाने के बाद।।
सुहाना सपना बिखर गया, तुम्हारे जाने के बाद।।
[ यह कविता "कुछ अनकहीं " में छप गई है।]
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