मेरे पास अब केवल तुम्हारी यादें बची हैं
अब मैं यादों के सहारे ही जिए जा रहा हूँ।
शोक सागर पर खड़ा कर दिया तुमने मुझे
अब तो मन में कसक लिए जिए जा रहा हूँ।
जीवन तो वही था जो तुम्हारे संग जीया
अब तो रातें तारे गिन-गिन काट रहा हूँ।
मैं भूल गया प्यार भरे गीतों को लिखना
[ यह कविता "कुछ अनकहीं " में छप गई है।]
अब मैं यादों के सहारे ही जिए जा रहा हूँ।
मेरी जान तो तुम्हारे संग ही निकल गई
अब तो बस जिंदगी को घसीटे जा रहा हूँ।
अब तो मन में कसक लिए जिए जा रहा हूँ।
तुम्हारे बिना विरान हो गई मेरी जिंदगी
अब तो हर सांस में दर्द जिए जा रहा हूँ।
अब तो रातें तारे गिन-गिन काट रहा हूँ।
मैं भूल गया प्यार भरे गीतों को लिखना
अब तो दर्द भरे गीत ही लिखे जा रहा हूँ।
[ यह कविता "कुछ अनकहीं " में छप गई है।]
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