बंगाल में चुनाव आया
रेलियों ने शोर मचाया,
मौत ने तांडव दिखाया
झोली भर आँसू लाया।
गोलियाँ चली लोग मरे
लाठियों पर वोट गिरे,
गुण्डों से सब लोग डरे
विपक्षी नेता खूब मरे।
सर फूटे ओ घर टूटे
गली-गली बम फूटे,
साड़ियां-ब्लाउज फटे
रहा-सहा सब लुटे।
घरों से भी बेघर हुए
आबरू के तार हुए,
जान को बचाते हुए
भागने को लाचार हुए।
जम कर लूटपाट हुई
शवों पर राजनीति हुई,
प्रजातंत्र की हार हुई
बाहुबल की जीत हुई।
No comments:
Post a Comment