मैंने सौगात में तुम्हें
एक नदी दी
तुमने मुझे पूरा समुद्र
दे दिया
मैंने सौगात में तुम्हें
कुछ तारे दिए
तूमने मुझे पूरा आकाश
दे दिया
मैंने सौगात में तुम्हें
कुछ दिशाएं दी
तुमने मुझे पूरा ब्रमांड
दे दिया
मैंने सौगात में तुम्हें
चंद बूंदे दी
तुमने मुझे पूरा सावन
दे दिया
मैंने सौगात में तुम्हें
चुटकी भर सिंदूर दिया
तुमने मुझे पूरा जीवन
दे दिया।
मैंने सौगात में तुम्हें
चुटकी भर सिंदूर दिया
तुमने मुझे पूरा जीवन
दे दिया।
( यह कविता "स्मृति मेघ" में प्रकाशित हो गई है। )
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