कोहरे ने कोहराम मचाया
सर्दी को संग लेकर आया
घर-बाहर में ढाया कहर
सबकी सिमटी आज नजर
ओढ़ रजाई सूरज सोया
तापमान निचे गिर आया
मुँह से भाप निकलती ऐसे
धुँवा छोड़ता ईंजन जैसे
कोहरा अपना रंग दीखाता
ठण्ड से दाँत बजाते बाजा
नहीं दीखती अब पगडंडी
कैसे खोले घर की कुण्डी।
सर्दी को संग लेकर आया
घर-बाहर में ढाया कहर
सबकी सिमटी आज नजर
ओढ़ रजाई सूरज सोया
तापमान निचे गिर आया
मुँह से भाप निकलती ऐसे
धुँवा छोड़ता ईंजन जैसे
कोहरा अपना रंग दीखाता
ठण्ड से दाँत बजाते बाजा
नहीं दीखती अब पगडंडी
कैसे खोले घर की कुण्डी।
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