सुना आपने
देश भर में अन्ना का
आन्दोलन
रामलील मैदान में
अनशन
देश की जनता का
सहयोग
युवा वर्ग का विशेष
समर्थन
चारो तरफ रैलियां
और अनशन
भस्म हो जाएगा इस
अनशन और आन्दोलन की
आग में भ्रष्टाचार
पीले पड़ने लगेंगे
खून पिए हुए
सुर्ख चेहरे
जन लोकपाल बिल
पास होते ही
ध्यान में लाये जायेंगे
नेताओं के पिछले कारनामें
शर्म से तब
गड़ जायेंगे भ्रस्टाचारी
देश को मिलेगी
उस दिन
असली आजादी।
कोलकात्ता
२ सितम्बर, २०११
(यह कविता "कुमकुम के छींटे" नामक पुस्तक में प्रकाशित है )
(यह कविता "कुमकुम के छींटे" नामक पुस्तक में प्रकाशित है )
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