छब्बीस जनवरी आई
खुशियों संग यादें लाई
गांव-शहर में गूँजें गान
मेरा भारत देश महान
नया जोश, नयी उम्मीदे
लेकर प्रति वर्ष आये
ऐसा पावन रास्ट्र पर्व है
सबका मन हरसाये
आओ जन -गण-मन गाये
सत्यमेव दोहराये
आओ जन -गण-मन गाये
सत्यमेव दोहराये
वीर शहीदों के नारों से
आसमान गुंजायें
अमीर-गरीब का भेद मिटायें
जात-पांत को दूर भगायें
हर हाथ को काम मिले
ऐसा अपना देश बनाये।
मिल कर सभी करे प्रयास
आसमान गुंजायें
अमीर-गरीब का भेद मिटायें
जात-पांत को दूर भगायें
हर हाथ को काम मिले
ऐसा अपना देश बनाये।
मिल कर सभी करे प्रयास
दुनिया में हो इसका नाम
विश्व गुरु हम फिर कहलाये
दुनिया फिर से करे सम्मान।
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विश्व गुरु हम फिर कहलाये
दुनिया फिर से करे सम्मान।
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