परदेशा में देश री
भर बाटको छाछ राबड़ी
दोपारी में पिवण री।
दूध, दही ओ कांदा रोटी
घनै चाव से खावण री
खीर,चूरमो अर खीचड़ो
रुच-रुच भोग लगावण री।
याद घणेरी आवै म्हाने
परदेशा में देश री।
काचर, बोर, काकड़ी मीठी
मीठा गटक मतीरा री
बाजारी रा मीठा मोरण
चौमासा में खावण री।
याद घणेरी आवै म्हाने
परदेशा में देश री।
छमछम नाचै मोर री
मीठे स्वर तिजणियाँ गावै
मीसरी मघरा गीत री।
याद घणेरी आवै म्हाने
परदेशा में देश री।
धान मोकळो खेता निपजे
भरी भकारयां रैवे री
धीणो हुवै मोकळो घर में
माखण भरिया माठ री।
याद घणेरी आवै म्हाने
परदेशा में देश री।
ऊँचा-ऊँचा धोरा ऊपर
चमकै सोनल रेत री
रात चांदनी में अलगोजो
टैरे मूमल गीत री।
याद घणेरी आवै म्हाने
परदेशा में देश री।
रीड़क काली भैस्यां री
गोट उठै धुंवै रा उँचा
टाबर रंगत मांड री।
याद घणेरी आवै म्हाने
परदेशा में देश री
भर बाटको छाछ राबड़ी
दोपारी में पिवण री।
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