राहुल - अभिषेक
सफलता का पहला स्वाद
तुम दोनों ने आज चखा
हम सब को तुम पर गर्व है
यह तो तुम्हारी पहली सीढी है
जिस पर तुमने पाँव रखा हैमंज़िल तो अभी बहुत दूर है
अभी तो तुम्हें समुद्र की
अतुल गहराई से
मोती चुन कर लाने है
नीले आसमान मे पंछी की
तरह उड़ कर आकाश
की उँचाई को मापना है
जिंदगी के रंगीन
सपनों को साकार करना है
मेहनत और परिश्रम के बल
बहुत दूर तलक जाना है
हमारा आशीर्वाद
सदा तुम्हारे साथ रहेगा
तुम पर प्रभु कृपा बरसेगी
आँखों से हर पल दया रहेगी
तुम्हारे दिल में प्यार की
शीतलता छाई रहेगी
दुनिया तुम्हारा नाम
सम्मान के साथ लेगी
तुम्हारी वाणी मे
सत्य का ओज बसेगा
तुम्हारे दिल मे हर पल
परोपकार का भाव जगेगा।
ढेर सारी शुभ कामनाओं के साथ
तुम्हारे दादाजी
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